| 1. | कटहल, शरीफा तथा चारा फसल में जवार या बाजरा लगायें।
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| 2. | 35-40 चारा फसल के लिए 35-40
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| 3. | काटी गई चारा फसल को 2 दिनों तक धूप में सुखायें।
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| 4. | चारा फसल की कटाई सुबह के समय करें, ताकि इसे दिन के समय धूप में सूखने का समय मिल सके।
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| 5. | चारा फसल की कटाई जमीन की सतह से 6 इंच ऊपर से करें, ताकि इसे पुनः बढ़ने में आसानी हो।
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| 6. | • पथरीली जमीन में वन वृक्ष के पौधे, जैसे काला शीसम, बेर, बेल, जामुन, कटहल, शरीफा तथा चारा फसल में जवार या बाजरा लगायें।
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| 7. | चारा फसल की कटाई उपरोक्तनुसार उचित अवस्था एवं किस्मों को ध्यान में रखते हुए तब करें जब उसे स्वाभाविक रूप से सिंचाई की आवश्यकता हो।
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| 8. | फसल प्रबंधन पथरीली जमीन में वन वृक्ष के पौधे, जैसे काला शीसम, बेर, बेल, जामुन, कटहल, शरीफा तथा चारा फसल में जवार या बाजरा लगायें।
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| 9. | कृषि वैज्ञानिक डॉ. संजय सिंह का कहना है कि कद्दूवर की सब्जियों खीरा, ककड़ी और चारा फसल बरसीम आदि फसल को छोड़कर बारिश अन्य फसलों के लिए नुकसानदेय है।
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